निर्वाचक निबंधन को लेकर प्रशासनिक तैयारी तेज़, डीएम ने दिए त्रुटिरहित कार्य के निर्देश
1– प्रेक्षा गृह पूर्णिया में सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों का विशेष प्रशिक्षण
2– बीएलओ पंजी व गणना प्रपत्र संधारण की दी गई तकनीकी जानकारी
3– मतदान केंद्र युक्तिकरण व ईआरओ नेट पर केंद्र जेनरेट करने की भी ट्रेनिंग
पूर्णिया
रविवार कों शहर के आर्ट गैलरी प्रेक्षा गृह में लोकतंत्र को मजबूत बनाने और प्रत्येक योग्य मतदाता को सूची में शामिल करने के उद्देश्य से, पूर्णिया जिला प्रशासन द्वारा ‘चुनाव आयोग आपके द्वार’ अभियान के तहत, विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने की।
कार्यक्रम में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ईआरओ), सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (एईआरओ) एवं बीएलओ पर्यवेक्षक शामिल हुए। सभी प्रतिभागियों को बीएलओ पंजी तैयार करने, गणना प्रपत्र अभिलेखों के संधारण और उसमें त्रुटि सुधार के सटीक तरीकों की तकनीकी जानकारी दी गई।
विशेष गहन पुनरीक्षण के हर चरण में पारदर्शिता: डीएम
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने साफ शब्दों में निर्देश दिया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के हर चरण में पारदर्शिता, समयबद्धता और सटीकता बनाए रखी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अपलोडेड गणना प्रपत्रों की बारीकी से जांच की जाए ताकि किसी भी प्रकार की गलती समय रहते दूर की जा सके।
सभी प्रक्रिया की दी गयी जानकारी
कार्यक्रम में मतदान केंद्र युक्तिकरण के तहत नए मतदान केंद्रों की ईआरओ नेट पर जेनरेशन की प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई गई। यह प्रक्रिया आने वाले चुनावों में मतदाताओं को उनके नजदीकी और सुविधाजनक केंद्र पर मतदान का अवसर प्रदान करेगी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सुदृढ़ जानकारी दी गई, ताकि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हो सके!
बॉक्स
गणना प्रपत्रों में एक भी त्रुटि नहीं होनी चाहिए: जिलाधिकारी
“हर योग्य मतदाता को मतदाता सूची में शामिल करना हमारा संवैधानिक दायित्व है। गणना प्रपत्रों में एक भी त्रुटि नहीं होनी चाहिए। बीएलओ से लेकर निबंधन पदाधिकारी तक, हर स्तर पर जिम्मेदारी और पारदर्शिता होनी चाहिए। निर्धारित समय-सीमा के भीतर सटीक और त्रुटिरहित कार्य सुनिश्चित किया जाए।”