पूर्णिया :
वन महोत्सव 2025 के अवसर पर पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हल्दीबाड़ी, महाराजपुर पंचायत स्थित किशनपुर एवं मिरोडी टोला में फलदार पौधों का रोपण कर भाजपा जिलामंत्री नूतन गुप्ता ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत हुए इस आयोजन में जिला मंत्री नूतन गुप्ता के संग स्थानीय ग्रामीणों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर श्रीमती गुप्ता ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने घर के परिसर और आस-पास पौधरोपण कर इस अभियान में योगदान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि वन महोत्सव की परंपरा 1950 से चलती आ रही है और इसका मूल उद्देश्य वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना और वनों के संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना है।
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की दी जानकारी
पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान श्रीमती गुप्ता ने केंद्र और राज्य सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी ग्रामीणों को दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत सहित कई योजनाओं का लाभ गरीब, किसान, महिला और युवाओं को मिल रहा है।
एनडीए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को किया साकार
उन्होंने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार किया है, जबकि राज्य सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि कर समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वृद्ध, विधवा और दिव्यांगजनों की पेंशन राशि ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 करने के लिए धन्यवाद भी दिया। कार्यक्रम के अंत में लोगों ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
जल-जंगल-जमीन प्रकृति की धरोहर है, इनका संरक्षण हर नागरिक का दायित्व” – नूतन गुप्ता
वन महोत्सव के अवसर पर भाजपा जिलामंत्री नूतन गुप्ता ने कहा कि पेड़-पौधे मानव जीवन की अमूल्य धरोहर हैं। वे केवल ऑक्सीजन देने वाले जीव नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन, वर्षा चक्र और जैव विविधता को बनाए रखने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधरोपण करते हुए उन्होंने भावुक होकर कहा कि
“हम अपनी मां को समर्पित भाव से एक पौधा लगाएं, जो आने वाली पीढ़ियों को जीवनदायिनी वायु देगा। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना सिर्फ सामाजिक कर्तव्य नहीं, यह प्रकृति के प्रति हमारा ऋण चुकाने का माध्यम है।”
उन्होंने यह भी कहा कि केवल पौधरोपण कर देना पर्याप्त नहीं, बल्कि उसकी देखभाल करना भी हम सभी की जिम्मेदारी है।
श्रीमती गुप्ता ने आगे कहा कि जल, जंगल और जमीन – ये तीनों प्रकृति की वो धरोहरें हैं जिनसे पूरा मानव समाज लाभान्वित होता है। इनके संरक्षण से ही हमारा वर्तमान और भविष्य सुरक्षित रहेगा।”
उन्होंने समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण की रक्षा में अपना सक्रिय योगदान दें और हर साल कम-से-कम एक पौधा अवश्य लगाएं।
फ़ोटो कैप्सन