रूपौली (पूर्णिया) :
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) का 24वां जिला सम्मेलन रविवार को रूपौली प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत पार्टी ध्वजारोहण और झंडा गीत से हुई। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला, जो बाजार होते हुए थाना चौक पहुंचा, जहां एक जनसभा का आयोजन किया गया।
सम्मेलन में पार्टी नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना की। राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही है। उन्होंने कहा, “लगातार बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आम जनता त्रस्त है। बिहार में मतदाता सर्वेक्षण भी जल्दबाजी में सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए कराया जा रहा है।”
प्रेक्षक एवं राज्य कार्यकारिणी सदस्य कामरेड सुधीर शर्मा ने कहा, “रूपौली की धरती कम्युनिस्ट आंदोलन की मजबूत नींव रही है। आज भी यहां के किसान बाढ़ और सुखाड़ का दंश झेल रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार और लूट का बोलबाला है, और जनता को गैरजरूरी मुद्दों में उलझाकर असल समस्याओं से ध्यान भटकाया जा रहा है।”
जिला मंत्री विकास मंडल ने कहा, “भाकपा अपने गठबंधन के साथ मजबूती से खड़ी है। 2025 में हमारी सरकार बनेगी तो अफसरशाही खत्म होगी और जनवादी शासन बहाल होगा। किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी।”
सम्मेलन में नूतन आनंद, देवानंद, कमलेश्वर सिंह, सुभाष यादव, जर्नादन शर्मा, मोहम्मद शहजादा, कुंदन कुमार, सुबोध यादव, सुमन कुमार यादव, जयमाला देवी और अवधेश जयसवाल समेत सैकड़ों प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की गई और आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। सम्मेलन के जरिए भाकपा ने एक बार फिर जनआंदोलन को तेज करने का संदेश दिया।