निर्माण की प्रगति की समीक्षा, गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित कार्य पूर्ण करने का निर्देश
पूर्णिया
जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार ने गुरुवार को पूर्णिया एयरपोर्ट के अद्यतन निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने कार्य स्थल पर उपस्थित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अधिकारियों एवं संवेदक से प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन अंतरिम टर्मिनल के कार्यों को त्वरित गति से एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही, एयरपोर्ट की चहारदीवारी निर्माण कार्य को शीघ्रता से पूरा कराने पर बल दिया।
निरीक्षण के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता से एयरपोर्ट तक आने वाली सभी संपर्क सड़कों की मरम्मत कार्य की स्थिति की समीक्षा की गई। डीएम ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि मरम्मत कार्य शीघ्र अति शीघ्र पूरा कराया जाए ताकि यातायात निर्बाध रूप से संचालित हो सके।
निरीक्षण के क्रम में अपर समाहर्ता पूर्णिया को नियमित रूप से निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया।
निरीक्षण के दौरान डीएम अंशुल कुमार ने कहा :-
“पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जिले के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं स्वयं इसकी प्रगति पर नजर रख रहा हूं। निर्माण की प्रत्येक प्रक्रिया में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। संबंधित सभी एजेंसियों को निर्देशित किया गया है कि कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा हो, ताकि जल्द से जल्द इसे आम जनता के लिए चालू किया जा सके।”
पूर्णिया एयरपोर्ट परियोजना से जुड़ी 7 महत्वपूर्ण बातें
स्थान एवं क्षेत्रफल
पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चुनापुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन परिसर के निकट किया जा रहा है।
इस परियोजना में इंटरिम टर्मिनल, चहारदीवारी, रनवे विस्तार और यात्री सुविधाओं का विकास शामिल है।
प्रारंभिक उड़ान संचालन की योजना
UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत यहां से पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसे महानगरों के लिए कनेक्टिविटी की योजना है।
प्रथम चरण में छोटे हवाई जहाज (19-72 सीटर) के उड़ानों की शुरुआत प्रस्तावित है।
निर्माण की प्रगति
अंतरिम टर्मिनल और चारदीवारी का कार्य प्रगति पर है।
मुख्य सड़कों की मरम्मत व पहुंच मार्गों की सुविधा पर ज़ोर दिया जा रहा है।
वित्तीय स्वीकृति और लागत
प्रारंभिक चरण में निर्माण कार्य हेतु लगभग ₹60-70 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है।
राज्य और केंद्र सरकार दोनों मिलकर लागत वहन कर रही हैं।
स्थानीय स्तर पर रोजगार
निर्माण कार्यों और भविष्य के संचालन से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इससे होटल, टैक्सी सेवा, ट्रैवल एजेंसी आदि क्षेत्रों को भी बढ़ावा मिलेगा।
क्षेत्रीय विकास की संभावनाएं
हवाई सेवा की शुरुआत से पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिलों में व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के नए अवसर विकसित होंगे।