स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना में प्रगति न होने पर जताई चिंता, मास्टर प्लान निर्माण की मांग
पूर्णिया:
शहर में लगातार बढ़ती जलजमाव की समस्या को लेकर पूर्णिया सिविल सोसायटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम के आयुक्त श्री कुमार मंगलम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन मानसून के दौरान हो रही जलनिकासी की बदहाल व्यवस्था को लेकर चिंता जताते हुए स्थाई समाधान की मांग को लेकर दिया गया।
सिविल सोसायटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि हर वर्ष मानसून से पहले शहर के सभी नालों की नियमित सफाई और उड़ाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही अतिक्रमणमुक्ति और जर्जर नालों की मरम्मत को प्राथमिकता दी जाए। प्रतिनिधिमंडल ने विशेष रूप से यह सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना पार्ट-2 के अंतर्गत स्वीकृत “स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना” में बुडको द्वारा निर्माण कार्य अब तक प्रारंभ क्यों नहीं हुआ, जबकि यह योजना जलजमाव के स्थाई निदान के लिए अत्यंत आवश्यक है।
शहर का मास्टर प्लान तैयार करने की मांग
प्रतिनिधिमंडल ने ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से आधुनिक टोपोग्राफी अध्ययन की जरूरत पर बल देते हुए सुझाव दिया कि एक तकनीकी टीम गठित कर सभी वार्डों में जलभराव वाले क्षेत्रों की पहचान की जाए और निष्क्रिय नालों के स्थान पर प्रभावी मास्टर प्लान तैयार किया जाए।
इस सम्बन्ध में नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि वर्ष 2018 में ही टोपोग्राफिकल सर्वेक्षण कराया गया था, लेकिन अब तक उस पर क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। उन्होंने जल्द ही जलनिकासी की मास्टर प्लान तैयार कर कार्य प्रारंभ कराने का आश्वासन दिया।
प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने कि अपील
इसके अतिरिक्त प्रतिनिधिमंडल ने जेल चौक से नगर निगम कार्यालय होते हुए भट्टा बाजार जिला स्कूल तक की सड़क निर्माण की मांग भी रखी, जिस पर आयुक्त ने शीघ्र टेंडर जारी करने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने सिविल सोसायटी से पूर्णिया को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने में सहयोग की अपील की।
प्रतिनिधिमंडल में अरविंद कुमार झा (उपाध्यक्ष), दिलीप कुमार चौधरी (महासचिव), अनुज कुमार चांद, जावेद अंजुम, चन्द्रशेखर दास, मुकेश कुमार श्रीवास्तव एवं अजय कांत झा शामिल थे।