
पूर्णिया
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज सह सदर अस्पताल (जीएमसीएच) सोमवार को उस समय रणक्षेत्र में बदल गया, जब अल्ट्रासाउंड विभाग में प्रवेश नियमों को लेकर हुई मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया। विवाद इतना बढ़ गया कि मरीज के परिजनों ने आपराधिक प्रवृत्ति के दो दर्जन से अधिक लोगों को बुलाकर अस्पताल कर्मियों पर धावा बोल दिया। इस घटना में डेटा ऑपरेटर गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि मरीज का पति भी जख्मी हुआ। दोनों का इलाज फिलहाल जीएमसीएच में चल रहा है।
प्रवेश नियम पर भड़का विवाद
घटना की शुरुआत तब हुई, जब महिला मरीज निखार तिराणा अल्ट्रासाउंड विभाग में जांच कराने पहुंचीं। यहां पुरुषों का प्रवेश निषेध है, जिसके तहत गार्ड ने उनके पति मो. शाहबाज को अंदर जाने से रोक दिया। इस पर शाहबाज गुस्से में आ गए और गार्ड के साथ गाली-गलौज व धक्का-मुक्की शुरू कर दी। मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और परिजनों को समझाकर बाहर कर दिया।
दोबारा पहुंचे हमलावर, डेटा ऑपरेटर पर हमला
मामला यहीं शांत नहीं हुआ। कुछ देर बाद शाहबाज बाहर से करीब दो दर्जन आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को लेकर लौटे और विभाग में जमकर बवाल किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आते ही भीड़ ने डेटा ऑपरेटर कुमार कृष्णा को निशाना बनाया और लात-घूंसे से पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान शाहबाज भी झड़प में जख्मी हो गए। कृष्णा ने आरोप लगाया कि हमले में महिला मरीज ने भी उकसाने और मारपीट में भूमिका निभाई।
मरीज पक्ष का आरोप
दूसरी ओर, महिला मरीज निखार तिराणा ने स्वास्थ्यकर्मियों पर पहले हाथ उठाने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अल्ट्रासाउंड की पर्ची खो जाने पर उन्होंने पति को अंदर बुलाना चाहा। इसी बीच एक महिला कर्मी ने उनके पति को डांट दिया और बाहर निकालने लगे। बाहर आने पर उन्होंने देखा कि उनके पति को स्वास्थ्यकर्मी कॉलर पकड़कर घुमा रहे थे। उनके अनुसार, बचाव में ही उनके पति ने हाथ उठाया और बाद में उन्होंने अपने भाई को फोन कर सहायता मांगी।
पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप
घायल डेटा ऑपरेटर कुमार कृष्णा ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि पूरी वारदात फणीश्वर नाथ रेणु टीओपी पुलिस की मौजूदगी में हुई, लेकिन वे मूकदर्शक बने रहे। वहीं टीओपी प्रभारी राजनंदनी ने सफाई देते हुए कहा कि गश्ती के दौरान जैसे ही वे जीएमसीएच पहुंचे, भीड़ अस्पताल कर्मियों पर हमला कर रही थी। तत्काल वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई और भारी पुलिस बल बुलाकर स्थिति को काबू किया गया।
FIR दर्ज, जांच जारी
घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। देर शाम तक कई थानों की पुलिस जीएमसीएच में डटी रही। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप से दोनों पक्षों को शांत कराया गया। पुलिस ने बताया कि घायलों के बयान और दोनों पक्षों के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की गहन जांच की जा रही है।

