बंद कों लेकर भाजपा नेत्री नूतन गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं का व्यापक प्रदर्शन
जनता ने स्वेच्छा से बंद का समर्थन किया, महागठबंधन नेताओं पर जताया आक्रोश

पूर्णिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय मां को कांग्रेस मंच से कथित रूप से गाली दिए जाने के विरोध में गुरुवार को भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आहूत बिहार बंद का शहर में असर दिखा, इस दौरान पूर्णिया शहर पूरी तरह बंद रहा। यह दावा भाजपा जिला मंत्री नूतन गुप्ता ने की ! उन्होंने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर जिलामंत्री ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बंद का नेतृत्व किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं कि अपील कों मिला समर्थन
सुबह सात बजे से ही भाजपा कार्यकर्ता शहर की मुख्य सड़कों पर उतरकर वाहनों को रोकते हुए दुकानों को बंद कराने की अपील कर रहे थे। इसके साथ ही महागठबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर में मार्च किया गया। इस दौरान पूर्णिया के सभी बाजार बंद रहे और सड़कों पर आम जनता का आवागमन प्रभावित रहा।
भाजपा जिलामंत्री नूतन गुप्ता ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर दुकानदारों और आम जनता से बंद में शामिल होने की अपील की। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री की मां पर अभद्र टिप्पणी केवल एक महिला का नहीं बल्कि पूरे देश की महिलाओं का अपमान है। उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए के आह्वान पर स्वेच्छा से बंद का समर्थन कर विरोध जताया है।
जनता की प्रतिक्रिया
शहर के व्यापारी और आम नागरिक बंद में शामिल हुए और सोशल मीडिया पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अधिकांश लोगों ने कहा कि किसी भी महिला के सम्मान पर चोट पहुंचाने वाली भाषा समाज द्वारा स्वीकार नहीं की जा सकती। कई दुकानदारों ने बंद का समर्थन करते हुए कहा कि यह केवल व्यक्तिगत विरोध नहीं बल्कि पूरे समाज की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
शहर में मिला सबका साथ सबका समर्थन
भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के मुख्य चौराहों पर मार्च कर महागठबंधन के नेताओं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के खिलाफ नारे लगाए। जनता ने बंद में स्वेच्छा से भाग लेकर विरोध जताया और कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी प्रतिक्रिया मत में दिखाई देगी।

नूतन गुप्ता, जिलामंत्री भाजपा
बंद का प्रभाव
पूर्णिया शहर में बंद के चलते बाजार पूरी तरह ठप्प रहे और सड़कों पर आवागमन बाधित हुआ। प्रमुख मार्गों पर वाहनों की कतारें लगी रहीं। बंद के दौरान पुलिस बल ने शांति बनाए रखने के लिए पेट्रोलिंग की। वहीं, कई नागरिकों ने बंद का समर्थन करते हुए कहा कि यह देश और महिलाओं के सम्मान के लिए उठाया गया कदम है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह विरोध केवल राजनीतिक विरोध नहीं है, बल्कि समाज में महिलाओं के सम्मान और पारंपरिक मूल्यों की रक्षा के लिए किया गया है।