जाँच में अनियमितता पाये जाने पर 2 प्रतिष्ठान का लाइसेंस रद्द, 6 प्रतिष्ठान निलंबित किए गये और 9 प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण मांगा गया।

पूर्णिया
जिला पदाधिकारी के निर्देश पर गठित छह जांच दलों ने पूर्णिया जिले के कुल 136 खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान 17 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पाई गई। प्रशासन ने इनमें से 2 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद्द किया, 6 प्रतिष्ठान निलंबित किए और 9 प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
डीएम के निर्देश पर जांच दल का गठन
किसानों की शिकायतों के आधार पर जिला पदाधिकारी पूर्णिया अंशुल कुमार ने कृषि विभाग के अधिकारियों की छह जांच टीमों का गठन किया। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसानों को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक समय पर उपलब्ध हो और किसी भी अनियमितता को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।
जांच दल में सहायक निदेशक, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, सांख्यिकी पदाधिकारी, मत्स्य पदाधिकारी, वरिष्ठ उपसहार्ता और सहकारिता पदाधिकारी शामिल हैं। जांच दलों ने जिले के सभी प्रखंडों में खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों का रेडमली निरीक्षण किया।
निरीक्षण की प्रक्रिया और परिणाम
जांच दलों ने अब तक 136 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक जाँच दल द्वारा प्रारंभिक चरण में 40 प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया गया , जिसमें 9 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पाई गई। इनमें से 6 प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण मांगा गया और 3 प्रतिष्ठान निलंबित किए गए। जारी निरीक्षण के दौरान कुल 17 प्रतिष्ठानों में अनियमितता दर्ज हुई। प्रशासन ने अनियमितताओं के अनुसार कार्रवाई करते हुए 2 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद्द किया, 6 प्रतिष्ठान निलंबित किए और 9 प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण मांगा। यह कार्रवाई किसानों को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई।
किसानों के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध: जिला क़ृषि पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि जिले में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। वर्तमान में पूर्णिया जिले में उपलब्ध उर्वरक की मात्रा इस प्रकार है:
यूरिया: 9180.69 MT
DAP: 14850.85 MT
MOP: 8051.19 MT
NPK: 24377.93 MT
SSP: 6339.35 MT
उन्होंने बताया कि भंडारित उर्वरक का लगातार सत्यापन किया जा रहा है और जिले में किसानों को किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।
अफवाहों से बचें और जागरूक रहें
जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों से अपील की कि वे उर्वरक की उपलब्धता से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि जिले में लगातार निगरानी और औचक निरीक्षण जारी हैं, जिससे किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस तरह जिले में उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन सक्रिय है और अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

