15 अगस्त को होगा पुरस्कार वितरण, स्तनपान के लाभों पर दिया गया संदेश
पूर्णिया
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, पूर्णिया के सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओर से आयोजित स्तनपान सप्ताह पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम घोषित कर दिए गए। प्रतियोगिता का मूल्यांकन निर्णायक मंडल में शामिल प्राचार्य डॉ. (प्रो.) हरि शंकर मिश्रा, डॉ. ए.के. झा एवं डॉ. सुजीत मंडल—द्वारा किया गया।
विजेताओं में शाक्षी आनंद रही प्रथम
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर शाक्षी आनंदरही , द्वितीय स्थान सुमन सौरभ और तृतीय स्थान अनन्या ने प्राप्त किया। पुरस्कार वितरण 15 अगस्त 2025 को प्राचार्य डॉ. (प्रो.) हरि शंकर मिश्रा द्वारा किया जाएगा।
विद्यार्थियों को मिली प्रेरणा
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. मिश्रा ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएँ नियमित रूप से आयोजित होनी चाहिए। उन्होंने इंटर्न छात्रों को एक अच्छे डॉक्टर बनने के लिए ईमानदारी, सेवा भावना और सतत सीखने की आदत पर विशेष बल दिया।
डॉ. ए.के. झा ने चिकित्सा सेवा में समर्पण और नैतिकता के महत्व पर जोर दिया। सामुदायिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. अभय कुमार ने प्राचार्य महोदय की सकारात्मक सोच और प्रोत्साहन की प्रशंसा की।
जनसंदेश— स्तनपान के लाभ
कार्यक्रम के दौरान पोस्टर मूल्यांकन के लिए जिन बिंदुओं को आधार बनाया गया, वे आम जनता के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश हैं—
पहला दूध (कोलोस्ट्रम) शिशु की पहली वैक्सीन है।
6 माह तक केवल माँ का दूध, अन्य कोई आहार या पानी नहीं।
माँ का दूध पूर्ण आहार है, जो पोषक तत्व, पानी और रोग प्रतिरोधक क्षमता देता है।
डायरिया, निमोनिया और कुपोषण से बचाव।
माँ–शिशु के भावनात्मक जुड़ाव और मानसिक सुरक्षा में वृद्धि।
माँ के स्वास्थ्य लाभ— गर्भाशय शीघ्र सामान्य, स्तन कैंसर का खतरा कम।
6 माह बाद पूरक आहार के साथ माँ का दूध जारी रखना।
कार्यक्रम में अरविंद कुमार, नरेंद्र श्रीवास्तव, रोमी कुमारी, अंकित सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
संदेश: “स्तनपान शिशु का अधिकार है, इसे जन्म के पहले घंटे में शुरू करें और 6 माह तक केवल माँ का दूध दें।”