दधीचि देहदान समिति के अंतरराष्ट्रीय अंगदान दिवस कार्यक्रम में पूर्णिया इकाई को मिली सराहना
पूर्णिया
बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स, पटना के प्रशाल में रविवार को आयोजित दधीचि देहदान समिति के तृतीय राष्ट्रीय एवं ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय अंगदान दिवस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने देहदान का संकल्प लेकर मानवता की सेवा का अद्भुत संदेश दिया। कार्यक्रम में राज्यपाल ने स्वयं देहदान का संकल्प पत्र भरकर समाज को प्रेरणा दी और लोगों से इस महत्त्वपूर्ण मुहिम से जुड़ने की अपील की।
कार्यक्रम में मौजूद दधीचि देहदान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष व ग्रीन पूर्णिया संस्था के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि राज्यपाल का यह कदम लोककल्याणार्थ सामूहिक प्रयास की मिसाल है। उन्होंने कहा, “राज्यपाल ने अपने कार्य से साबित कर दिया है कि मानवता की सेवा के लिए संकल्प और साहस दोनों आवश्यक हैं। उनका यह निर्णय आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत होगा।”
पिछले एक वर्ष में 11 लोगों का नेत्रदान कराया गया
डॉ. गुप्ता ने बताया कि दधीचि देहदान समिति की पूर्णिया इकाई ने पिछले एक वर्ष में 11 लोगों का नेत्रदान कराया है, वहीं शहर के 10 चिकित्सकों ने अंगदान के लिए सहमति पत्र भरा है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों राष्ट्रीय अंगदान दिवस पर पूर्णिया में आयोजित जागरूकता रैली की सफलता यह दर्शाती है कि अब पूर्णियावासी देहदान के महत्व को समझने लगे हैं।
यह केवल एक सामाजिक कर्तव्य ही नहीं, बल्कि जीवन को सार्थक बनाने का श्रेष्ठ मार्ग है।
राज्यपाल द्वारा देहदान की सहमति देने को डॉ. गुप्ता ने “मानवता की पुकार” बताया और कहा कि अंगदान से हम किसी को नया जीवन दे सकते हैं। उन्होंने सभी से इस दिशा में आगे आने की अपील करते हुए कहा, “यह केवल एक सामाजिक कर्तव्य ही नहीं, बल्कि जीवन को सार्थक बनाने का श्रेष्ठ मार्ग है।”
पटना में पूर्णिया इकाई की प्रशंसा से बढ़ा उत्साह
पटना में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्णिया इकाई के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा हुई, जिसे डॉ. गुप्ता ने अपनी टीम के लिए उत्साहवर्धक बताया। उन्होंने कहा कि यह सराहना आगे और बड़े स्तर पर जागरूकता और अंगदान अभियान को गति देने में सहायक होगी। डॉ गुप्ता ने बताया कि
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में अंगदान और देहदान के महत्व को रेखांकित करना तथा लोगों को इस नेक कार्य के लिए प्रेरित करना था। राज्यपाल का संकल्प और पूर्णिया इकाई की उपलब्धियां इस दिशा में नई ऊर्जा का संचार कर रही हैं।