जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारियों का संयुक्त निरीक्षण
रुपौली (पूर्णिया )
सोमवार को रूपौली पीएचसी के अंतर्गत भाऊआ परवल पंचायत और उससे जुड़े उपकेंद्र क्षेत्रों का संयुक्त निरीक्षण सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एमओ-आईसी रूपौली तथा बीएचएम रूपौली द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया। इस दौरान कैसोकीपुर गांव (कौली सिमरा पूर्व पंचायत) एवं टोपरा गांव (भाऊआ परवल पंचायत) में विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिनमें स्थानीय लोगों को प्राथमिक चिकित्सा, दवा वितरण और स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा दी गई। इसके अलावा, बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में कुल 9 हेल्थ सब-सेंटर सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।वही
मोहानपुर एपीएचसी में प्रशिक्षित एएनएम द्वारा प्रसव कार्य सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। बाढ़ के पानी से घिरे होने के बावजूद यहां प्रसव सेवाएं बाधित नहीं हुई हैं। प्रसूता महिलाओं और गंभीर रोगियों की सुविधा के लिए एक एम्बुलेंस भी तैनात है। सोमवार को अब तक 7 मरीजों की ढुलाई की गई, जिनमें 3 प्रसव मरीजों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया और 4 मरीजों को उपचार के बाद उनके घर छोड़ा गया।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी और जरूरत के अनुसार अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्य बिंदु :
बाढ़ग्रस्त गांवों में हेल्थ कैंप
कैसोकीपुर (कौली सिमरा पूर्व पंचायत) और टोपरा (भाऊआ परवल पंचायत) में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए गए, जहां लोगों को प्राथमिक उपचार, दवा और परामर्श मिला।
9 हेल्थ सब-सेंटर सक्रिय
प्रभावित क्षेत्रों में 9 हेल्थ सब-सेंटर लगातार सेवाएं दे रहे हैं।
मोहानपुर एपीएचसी में प्रसव सुविधा
प्रशिक्षित एएनएम द्वारा प्रसव कार्य जारी, चारों ओर पानी होने के बावजूद सेवा में कोई रुकावट नहीं।
एम्बुलेंस से मरीजों की ढुलाई
सोमवार को 7 मरीजों को ढोया गया—3 प्रसव मरीज अस्पताल लाए गए, 4 को इलाज के बाद घर छोड़ा गया।
प्रशासन का आश्वासन
जिला प्रशासन ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होंगी, जरूरत पर अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।