कुकरौन में भाई-चारा सम्मेलन, पुष्पवर्षा कर किया स्वागत, जनसमर्थन का मिला भरोसा
पूर्णिया
“मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी बाँटकर राजनीति नहीं की, बल्कि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर विकास और सेवा के माध्यम से सुंदर समाज निर्माण की दिशा में ठोस पहल की है। जाति-धर्म से ऊपर उठकर काम करने का ही परिणाम है कि समाज के हर वर्ग का आशीर्वाद मुझे मिलता रहता है।”
यह बातें बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह ने कुकरौन में आयोजित भाई-चारा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं।
मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि आज तक अल्पसंख्यक समाज का कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता कि मैंने धर्म के आधार पर भेदभाव किया। अल्पसंख्यक बहुल गाँवों में भी विकास कार्य कराए हैं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज का “रहनुमा” कहलाने की उनकी इच्छा नहीं है, बल्कि वे एक सेवक के रूप में उनके दिलों में रहना चाहती हैं।
भाईचारा सम्मेलन में उन्होंने चुनाव के समय फैलने वाले भ्रम पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग बड़े-बड़े वादे करते हैं, उनसे अल्पसंख्यक समाज को पूछना चाहिए कि मदरसों के जीर्णोद्धार का कार्य उन्होंने क्यों नहीं करवाया। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने दर्जनों बार मदरसा जीर्णोद्धार कार्य स्वीकृत कराए हैं ताकि अल्पसंख्यक बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।
जनता की ताकत का इस्तेमाल, सिर्फ जनता के हित में
मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि वह जनता की ताकत का इस्तेमाल कभी निजी हित में नहीं करतीं। उनका राजनीतिक जीवन हमेशा साफ और पारदर्शी रहा है। उन्होंने अल्पसंख्यक समाज से अपील की कि वे उनके विकास कार्यों को याद रखें और आगामी चुनाव में आशीर्वाद दें।
कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यक समाज के लोगों में खासा उत्साह दिखा। जैसे ही मंत्री मंच पर पहुंचीं, युवाओं और महिलाओं ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। सभा में उपस्थित जनसमूह ने एक सुर में आगामी चुनाव में उनका समर्थन करने का भरोसा दिलाया।
सम्मेलन में मो० तजमुल मंसूरी, वसीम कमाली, मो० गुलफाम, खालिद हुसैन, अब्दुल बारीक, अप्साना खातून, सदरुल आलम, मो० इमामुल हसन, मो० समसुल हक, परवेज आलम, प्रो० मो० सफिक, मौलाना अकरम, मंजूर आलम सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
अल्पसंख्यक समाज का “रहनुमा” कहलाने की उनकी इच्छा नहीं है, बल्कि वे एक सेवक के रूप में उनके दिलों में रहना चाहती हैं।
कुकरौन में आयोजित भाई-चारा सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि
“मैं वो नेता नहीं जो आपकी दी हुई ताकत का इस्तेमाल अपने हित में करे। मैंने कभी दोहरा राजनीतिक चरित्र नहीं अपनाया। मेरा उद्देश्य सिर्फ जनता की सेवा है, और इसी सेवा को आधार बनाकर अगामी पांच वर्षों के लिये जनता के बीच आशीर्वाद मांगती हूँ। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज का “रहनुमा” कहलाने की उनकी इच्छा नहीं है, बल्कि वे एक सेवक के रूप में उनके दिलों में रहना चाहती हुँ, मंत्री ने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक समाज के हित में मेरा काम आगे भी अनवरत जारी रहेगा।”