- ऑनलाइन जमाबंदी सुधार, नामांतरण, डिजिटल रिकॉर्ड अपडेट सहित होंगे कई काम
- 14 अगस्त तक पूरी होंगी तैयारियाँ, 16 अगस्त से जिलेभर में चलेगा क्रियान्वयन चरण
पूर्णिया
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के महत्वाकांक्षी ‘राजस्व महाअभियान’ को लेकर पूर्णिया जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। मंगलवार को महानंदा सभागार में जिलाधिकारी अंशुल कुमार की अध्यक्षता में इस महाअभियान की पूर्व तैयारियों को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह विशेष महाअभियान जमाबंदी में त्रुटियों को सुधारने, उत्तराधिकार नामांतरण, संयुक्त जमाबंदियों के बंटवारे, और छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन करने जैसे कार्यों को लेकर पूरे जिले में व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा।
तीन चरणों में चलेगा राजस्व महाअभियान
राजस्व महाअभियान को जिला प्रशासन ने तीन मुख्य चरणों में बांटा है:
प्रथम चरण (तैयारी): 14 अगस्त 2025 तक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
द्वितीय चरण (क्रियान्वयन): 16 अगस्त से 20 सितंबर तक यह अभियान ज़मीनी स्तर पर चलेगा।
तृतीय चरण (फॉलो-अप): 21 सितंबर से 30 अक्टूबर तक समीक्षा और शेष कार्यों को पूरा किया जाएगा।
समन्वय समिति व ब्लॉक स्तर पर व्यापक योजना
जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता पूर्णिया को निर्देशित किया है कि प्रथम चरण के तहत अंचल स्तरीय समन्वय समिति का शीघ्र गठन किया जाए। इसके साथ ही 7 अगस्त को सभी बीडीओ, डीपीआरओ व संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर महाअभियान को सफल बनाने की रूपरेखा तय की जाएगी।
8 अगस्त तक महाअभियान का माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा और 9 अगस्त को अंचल एवं राजस्व से जुड़े कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों की भूमिका भी अहम
जिला प्रशासन 10 अगस्त को सभी जनप्रतिनिधियों (प्रमुख, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य आदि) के साथ बैठक करेगा। इस बैठक में उन्हें महाअभियान की जानकारी देने के साथ-साथ सुझाव भी आमंत्रित किए जाएंगे, ताकि योजना का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से हो सके।
डीएम ने दिए स्पष्ट निर्देश
डीएम अंशुल कुमार ने स्पष्ट किया कि इस अभियान की सफलता जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अपर समाहर्ता को सभी तैयारियाँ ससमय पूर्ण कराने और हर स्तर पर निगरानी तंत्र मजबूत करने का निर्देश दिया है, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न रह जाए।