केंद्र की चुप्पी पर उठाए सवाल, आत्मनिर्भरता के विरुद्ध नीतियों का किया विरोध
बेतिया,(पश्चिम चम्पारण )
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने शुक्रवार को बेतिया समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन कर अमेरिका द्वारा भारत पर थोपे गए 25% एकतरफा टैरिफ का विरोध किया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पुतला दहन किया गया।
प्रदर्शन के दौरान भाकपा (माले) नेताओं ने केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था, खासकर छोटे और मंझोले उद्योगों के लिए बड़ा झटका है। इससे लाखों मजदूरों, किसानों और घरेलू उत्पादकों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
पार्टी की जिला कमिटी के सदस्य ने कहा कि मोदी सरकार का अमेरिकी दबाव के सामने झुकना देश की संप्रभुता के लिए खतरा है। इंकलाबी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार अमेरिका के सामने बार-बार राष्ट्रहित की अनदेखी कर रही है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भरता के खिलाफ एक षड्यंत्र बताया।
प्रदर्शन के दौरान भाकपा (माले) नेताओं ने तीन प्रमुख मांगें रखीं— भारत सरकार अमेरिका को कड़ा जवाब दे, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विरोध दर्ज कराए और देश के मजदूर, किसान व उद्योग क्षेत्र के हितों की रक्षा सुनिश्चित करे।
सभा को सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, रिखि साह, विनोद यादव, ठाकुर पटेल, हरेन्द्र राम, लालजी यादव, रमाशंकर राम समेत दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया।