पूर्णिया:
जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार के निर्देशानुसार प्रशासनिक व्यवस्थाओं को संवेदनशील और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जिले के वरीय अधिकारियों द्वारा लगातार जनकल्याणकारी योजनाओं एवं आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है।
इसी क्रम में मंगलवार को पूर्णिया के आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने धमदाहा अनुमंडल अंतर्गत बाढ़ संभावित अंचल भवानीपुर का दौरा किया। उन्होंने विभागीय मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत बाढ़ पूर्व तैयारी की स्थिति की गहन समीक्षा की।
नाव, नाविक और भुगतान की स्थिति का मूल्यांकन
निरीक्षण के दौरान अंचल में उपलब्ध सरकारी एवं निजी नावों की संख्या और उनके साथ किए गए एकरारनामे की स्थिति का जायजा लिया गया। साथ ही नाविकों के पारिश्रमिक भुगतान की प्रगति की समीक्षा भी की गई ताकि आपदा की घड़ी में नाव सेवाएं निर्बाध रूप से उपलब्ध रह सकें।
अनुग्रह अनुदान और पोर्टल अद्यतन पर जोर
आपदा के कारण मृत व्यक्तियों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के भुगतान की स्थिति की भी जांच की गई। साथ ही “आपदा सम्पूर्ति पोर्टल” पर प्रभावित परिवारों की सूची को अद्यतन रखने की प्रक्रिया का अवलोकन किया गया, ताकि राहत एवं सहायता में कोई विलंब न हो।
सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सौजन्य से भवानीपुर अंचल में 25 मई 2025 से आयोजित 12 दिवसीय सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण के लिए बनाए गए अस्थायी तरणताल (स्विमिंग पूल) का निरीक्षण किया गया। इस पहल का उद्देश्य बाढ़ संभावित क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को सुरक्षित तैराकी हेतु दक्ष बनाना है।
सामग्री निरीक्षण एवं आवश्यक निर्देश
अंचलाधिकारी और राजस्व अधिकारी, भवानीपुर को संभावित बाढ़ की चुनौती को ध्यान में रखते हुए जरूरी निर्देश दिए गए। साथ ही कार्यालय परिसर में संग्रहित पॉलीथीन शीट्स, लाइफ जैकेट्स तथा अन्य आपदा राहत सामग्री का निरीक्षण कर उनकी उपयोगिता और तैयारियों की पुष्टि की गई।