पटना,
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना और समस्तीपुर को जोड़ने वाले निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा पुल का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुल निर्माण की प्रगति का जायजा लिया और कार्य में और अधिक तेजी लाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया।
मुख्यमंत्री ने अथमलगोला प्रखंड के करजान (बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन बाइपास) से होते हुए गंगा नदी के किनारे तक पहुंचकर निर्माणाधीन स्थल का अवलोकन किया। मौके पर पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुदुकलकट्टी ने उन्हें परियोजना की अद्यतन स्थिति और प्रगति की विस्तृत जानकारी दी।
सचिव ने बताया कि ग्रीनफील्ड परियोजना के अंतर्गत निर्मित हो रहा यह पुल लगभग 5.5 किलोमीटर लंबा होगा और इसका करीब 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। यह पुल बख्तियारपुर (एनएच-31) को ताजपुर (एनएच-28) से जोड़ेगा, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुल आम लोगों की आवाजाही को सरल बनाने के साथ-साथ महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर यातायात का दबाव भी कम करेगा। उन्होंने इसे राज्य की कनेक्टिविटी के लिहाज से एक “अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना” करार देते हुए कहा कि इससे पर्यटन, धार्मिक, शैक्षणिक और चिकित्सा संस्थानों तक पहुंच आसान होगी और समय की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि परियोजना के लिए वित्तीय संसाधनों की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार आवश्यकता के अनुरूप हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। यह पुल समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय की ओर से आने-जाने वाले लोगों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराएगा।
परियोजना का विवरण
यह पुल परियोजना बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा पथ निर्माण विभाग के अंतर्गत कार्यान्वित की जा रही है। इसकी कुल लागत 2875.02 करोड़ रुपये है। यह फोरलेन पुल पटना जिले के करजान (बख्तियारपुर) से शुरू होकर समस्तीपुर जिले के ताजपुर तक फैला है। कुल दूरी 51.26 किलोमीटर है, जिसमें से 5.51 किलोमीटर गंगा नदी पर पुल और 45.75 किलोमीटर पहुंच पथ का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण से स्पष्ट संकेत मिला है कि राज्य सरकार इस परियोजना को प्राथमिकता देते हुए इसे जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए प्रतिबद्ध है।