बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षण
पूर्णिया, बिहार विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 के सफल, निष्पक्ष एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से शुक्रवार को महानंदा सभागार, पूर्णिया में फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर और कैमरामैन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन वरीय प्रभारी पदाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त एवं नोडल पदाधिकारी-सह-निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डी.आर.डी.ए.), पूर्णिया ने किया।
निर्वाचन कार्य से जुड़े तकनीकी और प्रशासनिक दिशानिर्देश
प्रशिक्षण में चुनाव प्रक्रिया के दौरान वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी और निगरानी से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तकनीकी और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसमें निर्वाचन कार्य से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे नामांकन, संवीक्षा, व्यय निगरानी, आदर्श आचार संहिता उल्लंघन, मतदान दिवस की गतिविधियाँ, ईवीएम का परिवहन, मतगणना और परिणाम घोषणा तक की पूरी प्रक्रिया के सटीक दस्तावेजीकरण के तरीके पर प्रशिक्षण दिया गया।
वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का उद्देश्य
प्रशिक्षण में विशेष रूप से यह बताया गया कि वीडियोग्राफी का मुख्य उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान घटित होने वाली सभी महत्वपूर्ण घटनाओं का सच्चा, विश्वसनीय और समवर्ती रिकॉर्ड रखना है। यह रिकॉर्डिंग निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के साथ-साथ आदर्श आचार संहिता के पालन की निगरानी में भी सहायक होगी।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और दिशा-निर्देश
वरीय प्रभारी पदाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त ने प्रशिक्षुओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अपने कार्यों में पूर्ण निष्ठा, निष्पक्षता और संवेदनशीलता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर मतदान केंद्रों से लेकर मतगणना केंद्र तक हर महत्वपूर्ण गतिविधि का निष्पक्ष और प्रमाणिक दस्तावेजीकरण सुनिश्चित करें। इससे निर्वाचन आयोग को आवश्यक साक्ष्य उपलब्ध होंगे और पूर्णिया जिले में चुनाव प्रक्रिया का संचालन सफल, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी रूप से संपन्न होगा।
सफल और पारदर्शी चुनाव के लिए समर्पित योगदान
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रशिक्षुओं ने इस प्रशिक्षण का संकल्प लिया कि वे अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और संवेदनशीलता के साथ करेंगे। इससे न केवल बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित होगा, बल्कि निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल सभी गतिविधियों का वास्तविक रिकॉर्ड भी सुरक्षित रहेगा।

