पूर्व छात्रों ने साझा किए अनुभव और प्रेरक विचार,दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ शुभारंभ

पूर्णिया
गुरुवार को सरस्वती विद्या मंदिर +2, श्रीनगर रोड, बाघमारा, पूर्णिया में विभाग स्तरीय स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। दीप प्रज्वलन में विद्या भारती बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम जी, उत्तर बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह, विद्यालय के सचिव अजय कुमार सिंह, प्रधानाचार्य मनोज कुमार सिंह, संकुल प्रमुख बिंदेश्वरी महतो और विभाग के सभी विद्यालय के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
पूर्व छात्रों ने साझा किया अनुभव और प्रेरणा
इस सम्मेलन में शिशु मंदिर एवं विद्या मंदिर के ऐसे भैया-बहन शामिल हुए जिन्होंने अपनी पढ़ाई पूर्ण कर डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, पत्रकार, व्यवसायी और समाजसेवी के रूप में समाज में योगदान दिया। पूर्व छात्रों ने अपने जीवन और पेशेवर अनुभव को साझा करते हुए वर्तमान विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार शिक्षा और अनुशासन से जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है।
सामाजिक जागरण और मार्गदर्शन पर बल
कार्यक्रम की प्रस्तावना में प्रदेश सचिव लोक शिक्षा समिति, बिहार रामलाल सिंह ने कहा कि समाज में जागरण लाने के लिए पूर्व छात्रों को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन पूर्व छात्र लगातार करते रहें, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आए।
संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन
यह कार्यक्रम संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत के विश्वगुरु बनने की दिशा में पुरातन छात्र अहम योगदान दे सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों और पूर्व छात्रों से आग्रह किया कि वे ज्ञान और अनुभव साझा करते रहें।
धन्यवाद ज्ञापन और सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के सचिव अजय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य, दीदी और कर्मचारीगण सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम के सुचारू संचालन और विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित की।

