जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने कोषांगों की समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश


पूर्णिया
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार एवं पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत की संयुक्त अध्यक्षता में महानंदा सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कोषांगों को आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप समयबद्ध और पूरी जवाबदेही के साथ कार्य निष्पादन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों का एएमएफ/अर्धसैनिक बलों का आवसान, चेक पोस्ट अधिष्ठापन, डिस्पैच सेंटर की पूर्व तैयारी हर हाल में सुनिश्चित की जाए।
बैठक में सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे, जबकि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा संबंधित थाना अध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कोषांगों की बिंदुवार समीक्षा की और प्रत्येक को अपने-अपने दायित्व का जिम्मेदारीपूर्ण पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और तय समयसीमा में सभी कार्य पूरे किए जाएँ ताकि चुनावी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो सके।
परिवहन कोषांग की जिम्मेदारी और रूट चार्ट का निर्देश
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में परिवहन कोषांग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मतदान दल, पुलिस बल, चुनाव सामग्री और मतपेटियों को समय पर मतदान केंद्रों तक पहुँचाना परिवहन कोषांग की जिम्मेदारी है।
इस संदर्भ में जिला परिवहन पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि डिस्पैच सेंटर से मतदान केंद्र तक तथा मतदान समाप्ति के बाद पोलिंग स्टेशन से वज्रगृह तक विधानसभावार रूट चार्ट तैयार किया जाए। साथ ही वाहनों का टैगिंग सुनिश्चित की जाए ताकि मतदान केंद्र तक निर्बाध परिवहन हो।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि मतदान समाप्ति के उपरांत वाहनों को वज्रगृह तक पहुँचाने में किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो।
प्रशिक्षण कोषांग और मतदान कर्मियों की तैयारी
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव की सफलता प्रशिक्षित मतदान कर्मियों पर निर्भर करती है। प्रशिक्षण कोषांग की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक कर्मचारी को चुनाव प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराए।
उन्होंने निर्देश दिया कि मास्टर ट्रेनरों द्वारा अद्यतन गाइडलाइन के आधार पर डेमो और प्रायोगिक अभ्यास कराया जाए ताकि मतदान कर्मी किसी भी स्थिति में आत्मविश्वास के साथ कार्य कर सकें।
अनुमंडल पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अर्द्धसैनिक बलों के लिए आवसान की व्यवस्था के साथ पेयजल, शौचालय और लाइट की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सहयोग, समन्वय और सुरक्षा व्यवस्थाएँ
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कोषांगों के बीच आपसी समन्वय पर जोर दिया। सभी कोषांग अपनी दैनिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग, कॉल सेंटर प्रबंधन और व्यय से जुड़ी शिकायतें एसएसटी/एफएस टीम के माध्यम से व्यय प्रेक्षक को समय पर समर्पित की जाएँगी। एमसीसी उल्लंघन से संबंधित शिकायतें सामान्य प्रेक्षक को समय पर उपलब्ध कराई जाएँगी।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया।
पुलिस और सुरक्षा बलों के निर्देश
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं थाना अध्यक्षों को निर्देशित किया कि संवेदनशील बुथों पर पहले से ही पेट्रोलिंग सुनिश्चित करें और शांति व्यवस्था बनाए रखें।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और चुनाव की अधिसूचना जारी होने पर आदर्श आचार संहिता के तहत किए जाने वाले प्रथम कार्यों पर प्रकाश डाला। इस बैठक के माध्यम से पूर्णिया जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सभी कोषांग समय पर पूरी तैयारी करेंगे, ताकि विधानसभा चुनाव 2025 पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।

