सादगी, सरलता और राजनीतिक सुचिता के लिए हमेशा रहेंगे प्रेरणास्रोत : लेशी सिंह
डीएम अंशुल कुमार ने शिक्षा से लेकर राजनीतिक सफर पर डाला प्रकाश, सर्वधर्म प्रार्थना सभा बनी आकर्षण का केंद्र

न्यूज़ स्केल पूर्णिया
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री की 112वीं जयंती रविवार को राजकीय समारोह के रूप में पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ मनाई गई। जिले के के. नगर प्रखंड स्थित उनके पैतृक गांव बैरगाछी में प्रारंभिक श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद मुख्य आयोजन काझा कोठी परिषदन परिसर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा के आयोजन ने समारोह को विशेष बना दिया। कार्यक्रम में बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्व भोला पासवान शास्त्री गुदड़ी के लाल थे, जिन्होंने अपनी राजनीतिक सुचिता, सादगी और सरलता के बल पर बिहार को गौरवान्वित किया।
समारोह में सर्वप्रथम मंत्री लेशी सिंह, जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार , पुलिस अधीक्षक स्वीटी सेहरावत, नगर आयुक्त कुमार मंगलम, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्वर्गीय शास्त्री के परिजन ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
सादगी और ईमानदारी से बिहार का नाम किया रोशन
समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री ने तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री पद को सुशोभित किया और केंद्र सरकार में भी मंत्री बने। बावजूद इसके, उनके ऊपर कभी किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा। उन्होंने अपने पूरे जीवनकाल में ईमानदारी और सुचिता की मिसाल पेश की।
डीएम ने रखा जीवन और संघर्ष का संपूर्ण विवरण
जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि गरीबी और कठिन परिस्थितियों में जन्म लेने के बावजूद शास्त्री जी ने शिक्षा की चुनौतियों का सामना किया और अंततः बिहार की राजनीति में ऊंचा मुकाम हासिल किया। वे दलित और वंचित वर्ग की आवाज बने और अपनी सादगीपूर्ण जीवनशैली से समाज को दिशा दी।

सर्वधर्म प्रार्थना सभा बनी आकर्षण
काझा कोठी परिषदन में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में कबीर आश्रम, गुरुद्वारा, मस्जिद और चर्च से आए धार्मिक प्रतिनिधियों ने शांति और सद्भाव का संदेश दिया।
गायक विजय कुमार दास, तबला वादक शंकर ब्रह्मचारी, ज्ञानी हरजीत सिंह, कारी तुफैल अहमद तथा सिस्टर मार्ग्रेटा ने अपने-अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी। विद्यालय की छात्राओं रीतु, सेवेद्य, सपना एवं सोनाक्षी ने भी प्रस्तुति दी। मंच संचालन शिक्षिका सुचित्रा कुमारी एवं अल्का प्रकाश ने किया।
कार्यक्रम का समापन
बीडीओ आशीष कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन हुआ। इस मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी रवि शंकर उरांव, वरीय कोषागार पदाधिकारी नवल किशोर यादव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप सरकार, अंचल अधिकारी दिवाकर कुमार, प्रखंड एवं अंचल कर्मी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
बयान बॉक्स
मंत्री लेशी सिंह“भोला पासवान शास्त्री जी सादगी, सरलता और ईमानदारी के प्रतीक थे। उन्होंने गांव से निकलकर तीन बार मुख्यमंत्री बनकर बिहार का नाम रोशन किया। उनकी राजनीतिक सुचिता आज भी प्रेरणादायक है।”
डीएम अंशुल कुमार (भा.प्र.से.)“गरीब एवं दलित परिवार में जन्म लेकर शिक्षा की चुनौतियों से जूझते हुए भी शास्त्री जी तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। उनका व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
एसपी स्वीटी सेहरावत“स्व. भोला पासवान शास्त्री की जीवन यात्रा यह संदेश देती है कि संघर्ष, सादगी और ईमानदारी से सफलता पाई जा सकती है। उनके आदर्शों पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

