पूर्व छात्र और दार्जिलिंग के एसपी, आईपीएस प्रवीन प्रकाश बने मुख्य अतिथि
238 छात्रों को सौंपी गई नेतृत्व की जिम्मेदारी, 24 अगस्त को दो ऐतिहासिक लैब का होगा उद्घाटन
पूर्णिया
विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा, पूर्णिया में शनिवार को वार्षिक अलंकरण समारोह 2025 का आयोजन बड़े हर्षोल्लास और गरिमामय माहौल में किया गया। यह अवसर विद्यार्थियों को नई जिम्मेदारियाँ सौंपने और छात्र नेतृत्व की औपचारिक स्थापना का प्रतीक बना।
इस समारोह के मुख्य अतिथि विद्यालय के गौरवशाली पूर्व छात्र और वर्तमान में दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक, 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी श्री प्रवीन प्रकाश रहे। श्री प्रकाश विद्यालय की चौथी बैच (1999-2003) के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने विद्यालय का भ्रमण कर अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं और संस्थापकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अनुशासन और कर्म ही सफलता की कुंजी : प्रवीन प्रकाश
मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “भाग्य अवसर दे सकता है, पर सफलता केवल अनुशासन और परिश्रम से ही मिलती है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि नेतृत्व का अर्थ आदेश देना नहीं, बल्कि अपने कर्म और आचरण से उदाहरण प्रस्तुत करना है।
समारोह के दौरान कुल 238 छात्रों को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी गई। इनमें 14 स्कूल प्रीफेक्ट्स, 92 हाउस प्रीफेक्ट्स और 132 क्लास प्रीफेक्ट्स शामिल थे।
शिक्षकों और कर्मचारियों का योगदान ही विद्यालय की असली ताकत
आईपीएस प्रवीन प्रकाश ने शिक्षकों, हाउसमास्टर्स, मेस स्टाफ, सुरक्षा गार्ड और सभी गैर-शिक्षण कर्मचारियों से मुलाकात कर आभार जताया। उन्होंने कहा कि विद्यालय की सफलता केवल कक्षाओं और प्रयोगशालाओं से नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति से बनती है जो पूरे मन से इसकी सेवा करता है।
दो ऐतिहासिक उपलब्धियों का होगा शुभारंभ
कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा भी की गई कि 24 अगस्त 2025 को विद्यालय में दो ऐतिहासिक प्रयोगशालाओं का उद्घाटन होगा।
बिहार का पहला वैल्यू एजुकेशन लैब (Valed Initiatives द्वारा)
कोशी-सीमांचल का पहला वर्चुअल रियलिटी लैब (Meta Book XR द्वारा)
इस अवसर पर विद्यालय के तीन और गौरवशाली पूर्व छात्र, जो बीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर उच्च पदों पर योगदान दे रहे हैं, विशेष अतिथि के रूप में पधारेंगे।
विद्यालय परिवार की उपस्थिति से सजा समारोह
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और स्वागत गीत से हुआ। संचालन श्री सी. के. झा और डॉ. गोपाल झा ने किया। निदेशक इंजीनियर आर. के. पॉल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी सदस्य—निदेशक, संयुक्त निदेशक, प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और छात्र-छात्राएँ—उपस्थित रहे।