राहुल गांधी-तेजस्वी यादव का अभूतपूर्व स्वागत, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झोंकी ताक़त
जितेंद्र यादव बोले – “राहुल गाँधी की यह यात्रा,हमारे वोट और संविधान को बचाने की यात्रा है”
पूर्णिया,
इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं राहुल गाँधी का वोटर अधिकार यात्रा आखिरकार कटिहार से चलाकर जननायक राहुल गांधी और युवा आइकॉन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में शनिवार को पूर्णिया के गौरा मोड़ पहुँच गया । इस ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान युवा नेताओं का कांग्रेस नेता कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भारी भीड़ ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।
जितेंद्र यादव ने बताया यह जनता के वोट और संविधान की रक्षा की यात्रा,
मौक़े पर मौजूद कांग्रेस नेता जितेंद्र यादव ने कहा कि इस यात्रा का मकसद केवल चुनावी राजनीति नहीं, बल्कि जनता के वोट और संविधान की रक्षा करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग मताधिकार पर हमला कर रहा है। “ऐसा लगता है कि आयोग भी एनडीए का हिस्सा बन गया है, लेकिन हम अपने वोट की चोरी नहीं होने देंगे। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी!
गरीबों-मजदूरों के हक की आवाज
जितेंद्र यादव ने कहा कि पूर्णिया और सीमांचल का इलाका गरीबों और मजदूरों का है। यहां के अधिकांश लोग रोज़गार के लिए दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जाते हैं। कई घर तो केवल त्योहार और चुनाव के समय ही खुलते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “क्या ऐसे मेहनतकश लोगों को मताधिकार से वंचित करना न्याय है?” इसी न्याय की लड़ाई, कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी और राजद नेता तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के नेता लड़ रहे हैं।
पांच हजार कार्यकर्ता और दस हजार समर्थक जुटे
जितेंद्र यादव ने दावा किया कि राहुल-तेजस्वी के स्वागत में पूर्णिया की धरती ने आज एक नया इतिहास रच दिया। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में तक़रीबन पांच हजार से अधिक सक्रिय साथी और दस हजार से अधिक समर्थक इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की सभाओं में उमड़ती भीड़ इस बात की गवाह है कि बिहार में बदलाव तय है और पूर्णिया भी इस बदलाव का अहम हिस्सा होगा।”
यात्रा कसबा होते अररिया की ओर
श्री यादव ने बताया कि आज वोटर अधिकार यात्रा पूर्णिया में निकलेगा जो पूर्णिया से निकलने के बाद कसबा होकर अररिया ज़िला की ओर बढ जायेगा । उन्होंने बताया कि पूर्णिया कि सीमा में प्रवेश के दौरान जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने नेताओं का फूल-मालाओं और नारों से स्वागत किया।